Rajasthan Gk : Rajasthan Gk Question in Hindi
राजस्थान Gk Questions in Hindi: नमस्ते दोस्तों! आज हम राजस्थान इतिहास से जुड़े Rajasthan Gk प्रश्नों को यहां देखेंगे। जो आपके 2025 में होने वाली आगामी भर्ती परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण होंगे। हम टॉपिक वाइज प्रश्नों को लेकर चलेंगे जिसमें एक टॉपिक से 100 से 200 Rajasthan Gk प्रश्नों को करेंगे।
राजस्थान Gk Questions in Hindi : पुरातात्विक स्त्रोत
राजस्थान इतिहास से जुड़ा एक महत्वपूर्ण टॉपिक राजस्थान के “पुरातात्विक स्त्रोत” पहले हम इस टॉपिक की सामान्य जानकारी देखेंगे। सामान्य जानकारी देखने के बाद हम इस टॉपिक से जुड़े Rajasthan Gk प्रश्नों को करेंगे।
Rajasthan Gk : राजस्थान के “पुरातात्विक स्त्रोत“
राजस्थान की प्रमुख प्राचीन सभ्यताएँ एवं पुरास्थल
प्राचीन स्थलों के उत्खनन से पूर्व राजस्थान के इतिहास के बारे 2. में मौर्यकाल (300 ई. पूर्व) तक की ही जानकारी उपलब्ध थी, क्योंकि इतिहास से सम्बन्धित लिखित प्रमाण के रूप में अशोक के शिलालेख ही उपलब्ध थे।
1920-21 ई. में हड़प्पा (पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त में मोंटगुमरी जिले में) व उसके बाद 1922-23 में मोहनजोदड़ों के खनन से भारत में लगभग 2500 ई. पूर्व की सैंधव सभ्यता की उपस्थिति का ज्ञान हुआ। सिन्धु सभ्यता से प्राप्त लिपि अभी तक पढ़ी नहीं जा सकी है अतः उत्खनन से प्राप्त पुरातात्विक सामग्री से ही हमें इस सभ्यता के बारे में जानकारी मिल पाती है।
सिन्धु घाटी सभ्यता के महत्वपूर्ण स्थल-
- हड़प्पा (पाकिस्तान),
- मोहनजोदड़ो (पाकिस्तान),
- चहुन्दड़ो (पाकिस्तान),
- कोटदजी (पाकिस्तान),
- कालीबंगा (हनुमानगढ़),
- रंगमहल (गंगानगर),
- बनावली (हरियाणा),
- रोपड़ (पंजाब),
- लोथल (गुजरात),
- धौलावीरा (गुजरात),
- राखीगढ़ी (हरियाणा)

Rajasthan Gk : राजस्थान Gk Questions in Hindi
राजस्थान इतिहास के राजस्थान की प्रमुख प्राचीन सभ्यताएँ एवं पुरास्थल टॉपिक से जुड़े Rajasthan Gk प्रश्न आपके सामने!
अध्ययन की दृष्टि से मानव के सम्पूर्ण इतिहास को तीन भागों में बांटा जाता है-
- प्राक् इतिहास काल
- आद्य इतिहास काल
- ऐतिहासिक काल
प्राक् इतिहास काल-
(20,00,000 ई.पूर्व से 3000 ई. पूर्व तक) इतिहास का वह कालखण्ड, जिसमें लेखन कला का विकास नहीं हुआ था या उस समय की लिखित सामग्री उपलब्ध नहीं है उसे प्राक इतिहास काल कहते हैं। यह युग सृष्टि के आरम्भ से हड़प्पा सभ्यता के पूर्व तक था।
आद्य इतिहास काल-
प्राक् इतिहास काल व ऐतिहासिक काल के मध्य का काल ‘पुरा/आद्य इतिहासकाल’ कहा जाता है इस काल की लिखित सामग्री तो उपलब्ध है परन्तु या तो वह अस्पष्ट है अथवा उनकी लिपि को अभी पढ़ना संभव नहीं हुआ है। यह युग हड़प्पा सभ्यता के काल से 600 ई. पूर्व तक रहा है।
ऐतिहासिक काल-
इतिहास का वह कालखण्ड जिसकी पुरातात्त्विक सामग्री के साथ-साथ लिखित सामग्री भी उपलब्ध है उसे ऐतिहासिक काल कहा जाता है। यह युग 600 ई. पूर्व से वर्तमान तक जारी है।
Rajasthan Gk : राजस्थान में प्रागैतिहासिक काल के अवशेष
यह मानव सभ्यता का पाषाण युग था इस काल में मनुष्य के जीवन के मूल आधार पत्थर के उपकरण एवं हथियार थे। राजस्थान में बनास, बेड़च, गंभीरी, वाघन एव चम्बल नदी की घाटियों में एवं इनके समीपवर्ती स्थानों की खुदाई से पता चलता है कि यहाँ प्रस्तरयुगीन मानव निवास करता था। इस काल में पत्थर के हथियार व उपकरण प्रचलित थे।
मानव सभ्यता के उद्भव के इस काल को ‘पाषाण काल’ कहते हैं इसे तीन भागों में बांटा गया है-
- पुरापाषाण काल / पेलियोलेथिक युग
Paleolithic Age/Early Stone age (20,00,000 ई. पूर्व-12,000 ई. पूर्व तक)
- मध्य पाषाण काल / मेसोलिथिक युग
Masolithic Age/Middle Stone age (12,000 ई. पूर्व-10,000 ई. पूर्व तक)
- नव/उत्तर पाषाण काल / नियोलिथिक युग
Neolithic Age (10,000 ई. पूर्व-3,000 ई. पूर्व तक)
Note :- राजस्थान इतिहास से जुड़े कुछ प्रश्नों को हम अगली बार देखेंगे। अलग-अलग Part में करके आपको भी 15-15 क्वेश्चन दिए जाएंगे। इन प्रश्नों को करके आप अपना रिजल्ट चेक करें। अगले प्रश्नों के लिए हमारी दूसरी पोस्ट देखें। Rajasthan Gk Part -2
More Test :- Click Hare
हमारी वेबसाइट देखें:- View