हेलो स्टूडेंट” आज हम जानेंगे राजस्थान के प्राचीन आवास स्थान जिन्हे दुर्ग या किला कहा जाता है। राजस्थान के राजाओं व सामन्तों ने अपने निवास, सुरक्षा, सामग्री संग्रहण व आक्रमण के समय अपनी प्रजा को सुरक्षित रखने, पशुधन और सम्पति को बचाने के लिए राजस्थान के दुर्ग बनवाये थे।
राजस्थान में शायद ही कोई जनपद या अंचल ऐसा हो जहाँ कोई छोटा या बड़ा दुर्ग, गढ़ या गढ़ी न बनी हो। rajasthan ke durg निर्माण की परम्परा बहुत प्राचीन काल से चली आ रही है।
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राजस्थान के दुर्ग : की विशेषताएँ :-
आइए हम जानते हैं राजस्थान के दुर्गों की विभिन्न विशेषताएं । राजस्थान के किले अपनी अलग-अलग विशेषताएँ के लिए जाने जाते हैं। जिन्हें हम आगे पढ़ेंगे
- अधिकांश दुर्ग राजमार्गों/प्रमुख मार्गो पर बने हैं।
- ऊँची व दुर्गम पहाड़ियों पर निर्मित हैं ।
- मजबूत और चौड़े परकोटों से सुरक्षित सुदृढ़ प्राचीर हैं।
- कई मील के क्षेत्र में विस्तृत हैं।
- सुरक्षा के लिए अनेक प्रवेश द्वार बने हैं।
- सामुहिक जौहर के लिए स्थान बने हैं।
- जलाशयों, बावड़ियों व टांको का निर्माण किया गया है।
- सैनिकों के आवासगृह बने हैं।
- किलों के भीतर सिलहखाने (शस्त्रागार) बने हैं।
- 13 वीं सदी के बाद दुर्ग बनाने की परम्परा में एक नया परिवर्तन दिखाई देता है. इस काल के दुर्ग निर्माण में सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा गया।
राजस्थान के दुर्ग की श्रेणियाँ :-
राजस्थान के किले अपनी अलग-अलग विशिष्टताओं के लिए अलग-अलग श्रेणियों में बटे गए हैं,
आइए हम राजस्थान के दुर्गों की श्रेणियाँ के बारे में जानते हैं l
- पारिख दुर्ग- जिसके चारों ओर गहरी खाइयाँ हो। जैसे- लोहागढ़ (भरतपुर), जूनागढ़, डीग का किला आदि।
- जल दुर्ग/औदक दुर्ग : वह दुर्ग जो चारों ओर से पानी से घिरा हो, जैसे- गागरोन दुर्ग (झालावाड), शेरगढ़ दुर्ग (बारा), भैंसरोड़गढ़ दुर्ग (चित्तौड़गढ़)।
- गिरी दुर्ग- वह दुर्ग जो किसी ऊँची पहाड़ी पर स्थित हो तथा चारों ओर से पहाड़ियों से घिरा हो, जैसे चित्तौड़गढ़, रणथम्भौर, जालौर, मेहरानगढ़, अचलगढ़, कुम्भलगढ़, जयगढ़, नाहरगढ़, तारागढ़ आदि।
- धान्वन दुर्ग जिसके चारों ओर मरूस्थल हो, जैसे- जूनागढ़ (बीकानेर), भटनेर का किला, जैसलमेर का किला, नागौर का किला। वन दुर्ग- जो चारों ओर से वनों और कांटेदार वृक्षों से घिरा हो, जैसे- रणथम्भौर दुर्ग, कुंभलगढ, सिवाणा (बालोतरा) आदि।
- नोट- रणथम्भौर दुर्ग, कुंभलगढ़ किला व सिवाणा किला वन दुर्ग व गिरी दुर्ग दोनों श्रेणी में आते हैं।
- • सैन्य दुर्ग- जिसकी व्यूह रचना में चतुर वीरों से सुसज्जित सेना के होने से अभेद्य हो। सैन्य दुर्ग को सभी दुर्गों में सर्वश्रेष्ठ माना जाता है।
- सहाय दुर्ग – जिसमें वीर तथा सदा साथ देने वाले बन्धुजन रहते हों।
- एरण दुर्ग – जिस दुर्ग का मार्ग कांटों और पत्थरों से परिपूर्ण हो। जैसे-
- चितौड़ और जालौर का दुर्ग।
- पारिघ दुर्ग जिसके चारों ओर ईट, पत्थर और मिट्टी से बनी बड़ी-बड़ी दीवारों का परकोटा हो। जैसे- चित्तौड़गढ़, जैसलमेर आदि।
- भूमि दुर्ग/स्थल दुर्ग प्रस्तर खंडों या ईंटों से समतल भूमि पर निर्मित दुर्ग। जैसे- चौमू का किला (जयपुर ग्रामीण)।
- गिरि गह्वर- गुफा के रूप में बना दुर्ग।
“राजस्थान में ऐसा कोई भी छोटा सा राज्य नहीं मिलेगा, जहाँ थर्मोपल्ली जैसा युद्ध नहीं हुआ हो और शायद ही कोई ऐसा नगर मिले, जहाँ लियोनिडास जैसा वीर पैदा न हुआ हो” कर्नल जेम्स टॉड का कथन “
- भारत में सर्वाधिक दुर्ग महाराष्ट्र में है।
- द्वितीय स्थान पर मध्यप्रदेश है।
- दुर्गों की संख्या की दृष्टि से राजस्थान का स्थान- तीसरा
- राजस्थान में दुर्गा के स्थापत्य के विकास का प्रथम उदाहरण कालीबंगा की खुदाई में मिलता है।
राजस्थान के दुर्ग महत्वपूर्ण प्रश्न |
Q.1 | “मैंने इतना मजबूत व सुरक्षित किला पूरे हिन्दूस्तान में कहीं नहीं देखा।” तैमूर ने अपनी आत्मकथा ‘तुजुक ए तैमूरी’ में ये पंक्तियाँ राजस्थान के किस दुर्ग के लिए कही गई है ? |
Ans. | भटनेर का दुर्ग |
Q.2 | अजमेर के तारागढ़ किले के बारे में कौनसा कथन असत्य है ? |
Ans. | चौहान शासक अजयराज ने इसे 1155 ई में बनवाया था। |
Q.3 | नाहरगढ़ दुर्ग में एक जैसे नो महलों का निर्माण किसने करवाया था? |
Ans. | माधोसिंह द्वितीय |
Q.4 | 1832 ई. में लार्ड विलियम बैंटिक ने जब इस किले को देखा, तो उनके मुँह से निकल पड़ा “ओह दुनिया का दूसरा जिब्राल्टर”। यह कथन किस किले के बारे में कहा था? |
Ans. | तारागढ़ दुर्ग |
Q.5 | जयपुर के जयगढ़ किले के बारे में कौनसा कथन असत्य है? |
Ans. | इसे ‘सुदर्शनगढ़’ भी कहा जाता है |
Q.6 | भरतपुर के किले के बारे में कौनसा कथन असत्य है? |
Ans. | महाराजा जवाहर सिंह के समय लार्ड लेक ने 1825 ई. में इस किले पर आक्रमण किया था। |
Q.7 | मेहरानगढ़ किले के बारे में कौनसा कथन असत्य है? |
Ans. | रुडयार्ड किपलिंग ने इसे विश्व का आठवाँ आश्चर्य बताया है। |
Q.8 | राजस्थान के किस दुर्ग में ढ़ाई साके हुये हैं? |
Ans. | जैसलमेर |
Q.9 | राजस्थान का पहला साका किस दुर्ग से संबंधित है? |
Ans. | गागरोन |
Q.10 | भंवराथल’ नामक प्रसिद्ध स्थान किस दुर्ग में है? |
Ans. | अचलगढ़ |